"लिंग की मोटाई लिंग की लंबाई से अधिक महत्वपूर्ण है!"
कम से कम महिलाएँ तो यही कहती हैं। बेशक दुनिया-भर की सभी महिलाएँ नहीं, किंतु एक बड़े पैमाने पर किए गए अध्ययन के परिणाम इस बात की पुष्टि करते हैं। 2015 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको में किए गए अध्ययन के अनुसार महिलाएँ लंबे लिंग की अपेक्षा मोटे लिंग को अधिक आकर्षक मानती हैं। इस अध्ययन में 33 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं को लिंग के विभिन्न 3D-प्रिंटेड नमूनों में से उनका चुनाव करने को कहा गया जिन्हें वे संभोग के लिए पसंद करेंगी। उन्हें अलग-अलग अंतरालों पर अपनी पसंद के बारे में पूछा गया।
| परिणाम* | 3 महीने बाद | 6 महीने बाद |
|---|---|---|
| शिथिल अवस्था में लंबाई में वृद्धि | 3.5 सेमी | 4.9 सेमी |
| उत्तेजित अवस्था में लंबाई में वृद्धि | 3.8 सेमी | 4.8 सेमी |
| परिधि में वृद्धि | 1.4 सेमी | 2.5 सेमी |
*सभी परिणाम स्थायी हैं; 6 महीनों से अधिक तक PHALLOSAN forte पहनने पर इनमें और बढ़त हो सकती है। अलग-अलग व्यक्तियों के लिए ये परिणाम भिन्न हो सकते हैं, इसलिए इनकी गारंटी नहीं दी जा सकती।
परिणाम खुद अपनी कहानी कहते हैं
औसतन महिलाओं ने 16 सेमी लंबे और 12.2 सेमी मोटे लिंग को पसंद किया। अलग-अलग अंतरालों में फिर से चुनाव करने को कहे जाने पर वे अक्सर उन्ही लिंगों पर वापस आईं जो उनके पहली पसंद जितने मोटे थे। यहाँ लंबाई उतना मायने रखती दिखाई नहीं दी। इस अध्ययन में महिलाओं की प्राथमिकता 2014 के अध्ययन में निश्चित किए गए वैश्विक औसत नाप से थोड़ी अधिक थी। इसमें विश्व-भर के 15000 पुरुषों से लिए गए नाप के अनुसार औसत लिंग लंबाई 13.12 सेमी और औसत लिंग परिधि 11.66 सेमी थी। दोनों नाप स्तंभित लिंग के लिए थे।
पहले से मोटा लिंग योनिक कामोन्माद के लिए
चूँकि परीक्षित महिलाएँ स्पष्टतः लिंग की मोटाई पहचानने में सक्षम थीं, यह कहना गलत नहीं होगा कि उनके लिए लिंग की मोटाई उसकी लंबाई से अधिक महत्वपूर्ण थी। यह शारीरिक संरचना की दृष्टि से भी सही है, क्योंकि एक मोटा लिंग एक स्त्री को योनिक कामोन्माद प्रदान करने के लिए बेहतर प्रतीत होता है। इसका मुख्य कारण है स्त्री के अति संवेदनशील स्तंभन ऊतक, जो योनि द्वार के ठीक पीछे होते हैं और दबाव व घर्षण पर प्रतिक्रिया करते हैं। ऐसा करने में पतले लिंग की अपेक्षा एक मोटा लिंग अधिक सक्षम होता है, जिससे योनिक कामोन्माद की संभावना बढ़ जाती है।
सर्जरी द्वारा लिंग की मोटाई बढ़ाना
लिंग की मोटाई बढ़ाने के कई शल्यचिकित्सक उपाय उपलब्ध हैं। इन सबका उद्देश्य केवल लिंग की परिधि में वृद्धि लाना होता है। किंतु इन उपायों से कई जोखिम और दुष्प्रभाव पैदा हो सकते हैं, जैसे इन्फेक्शन और सूजन, लिंग के आकार में विषमता या असमता, संवेदनशीलता में कमी और शल्यचिकित्सा से होने वाली दीर्घकालिक समस्याएँ।
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