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लिंग का जन्मजात टेढ़ापन इससे प्रभावित पुरुषों के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तनावपूर्ण हो सकता है। PHALLOSAN आपको देता है प्राकृतिक रूप से लिंग सीधा करने का उपाय, जो कोमल और गैर-आक्रामक है। लगातार किए जाने वाले हल्के खिंचाव के माध्यम से यह चिकित्सीय तौर पर प्रमाणित प्रणाली दीर्घकालिक सकारात्मक परिणाम देती है और आपके जीवन की गुणवत्ता बढ़ाती है।
लिंग का जन्मजात टेढ़ापन रोग-विज्ञान के दृष्टिकोण से
लिंग का जन्मजात टेढ़ापन माँ के पेट में ही हो जाता है। इसके विभिन्न कारण हो सकते हैं:
स्तंभन ऊतकों का असमान विकास: एक पुरुष के लिंग में तीन प्रकार के ऊतक होते हैं, जो साधारणतः समान रूप से विकसित होते हैं। इनमें से किसी एक का यदि सीमित विकास होता है, तो इससे लिंग में झुकाव पैदा होता है।
ऊतकों का असममित विकास: यदि लिंग को स्थिर रखने वाले संयोजी ऊतकों का असममित विकास होता है, तो उससे लिंग में विरूपण आ सकता है।
मूत्रमार्ग की विकृतियाँ: अधोमूत्रमार्गता, यानी मूत्रमार्ग का छोटा होना या उसका विस्थापन होना, लिंग के टेढ़ेपन का कारण बन सकता है।
आनुवंशिक कारक: आनुवंशिकी भी यहाँ एक भूमिका निभा सकती है। यदि परिवार में अन्य सदस्यों को भी शिकायत रही हो, तो आपके लिए लिंग के टेढ़ेपन की संभावना बढ़ जाती है।
हॉर्मोन्स का प्रभाव: गर्भावस्था में होने वाले हॉर्मोनल असंतुलन भी लिंग के विकास को प्रभावित कर सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन भी यहाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
क्या लिंग के जन्मजात टेढ़ेपन के लिए ऑपरेशन कराना उचित है?
ऑपरेशन के बारे में तब सोचा जाता है, जब प्रभावित पुरुष पीड़ा का सामना कर रहे हों या उनके यौन संबंधों में गंभीर बाधा आ रही हो। केवल कॉस्मेटिक कारणों से सुधारात्मक सर्जरी करवाना उचित नहीं है, क्योंकि कई मामलों में बहुत अधिक जोखिम हो सकते हैं। सर्जरी के दौरान लिंग के विशेष कार्यों के लिए महत्वपूर्ण संरचनाओं को हानि पहुँच सकती है। इसके अलावा, कॉस्मेटिक सर्जरी में अधिकांश रूप से केवल लंबे ऊतकों को छोटे ऊतकों के बराबर करना संभव होता है। इसलिए आपको यह मानकर चलना चाहिए कि इस तरह के ऑपरेशन के बाद लिंग कुछ सेंटीमीटर छोटा हो जाएगा। कई मामलों में ऑपरेशन के बाद लिंग का रूप और आकार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकता हैं।
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